अगर आप विंडोज, लिनक्स या मैक पर Google Chrome को यूज कर रहे हैं तो ये खबर आपके लिए ही है. जितनी जल्दी हो सके आप अपने ब्राउजर को अपडेट कर लें. भारत सरकार ने Google Chrome यूजर्स के लिए गंभीर चेतावनी जारी की है और कहा है कि पुराने वर्जन पर गूगल क्रोम का इस्तेमाल कर रहे यूजर्स जल्दी से जल्दी अपने ब्राउजर को अपडेट कर लें. दरअसल, भारतीय कंप्यूटर एमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने कुछ सेक्योरिटी खामियों के बारे में जानकारी दी है, जिसकी वजह से यूजर्स, साइबर हमलों के लिए संवेदनशील हो सकते हैं.इस बडी खामी के कारण हैकर्स को ब्राउजर का फायदा उठाने का मौका मिल सकता है. इससे यूजर्स डेटा और डिवाइस दोनों के खतरे में आ सकते हैं.
CERT-In टीम ने कहा कि गूगल क्रोम (Google Chrome) में कई वलनरेबिलिटी देखी गई है, जो किसी रिमोट अटैकर को मनमाना कोड दे सकता है. यहां तक कि प्रभावित सिस्टम में डिनायल ऑफ सर्विस यानी DoS की स्थिति पैदा कर सकता है.
कौन-कौन होगा प्रभावित
प्रभावित सॉफ्टवेयर में Windows और Mac के लिए 132.0.6834.110/111 से पहले के Google Chrome वर्जन और Linux के लिए 132.0.6834.110 से पहले के वर्जन शामिल हैं. ये वलनेबिलिटी, बहुत ही खतरनाक है और यूजर्स अगर इससे बचना चाहते हैं तो उन्हें अपने ब्राउजर को जल्दी से जल्दी लेटेस्ट वर्जन में अपडेट करना होगा.
क्या आप सेफ हैं?
अगर आप डेस्कटॉप पर Google Chrome को यूज कर रहे हैं तो हां आप जोखिम के दायरे में आते हैं. ये किसी व्यक्ति के पर्सनल पीसी से लेकर ऑर्गेनाइजेशन के सिस्टम के लिए भी खतरा है. साइबर सुरक्षा एजेंसी के मुताबिक इस वलनरेबिलिटी के कारण आपके पीसी की संवेदनशील जानकारियां किसी गलत हाथ में जा सकती है. यहां तक कि सिस्टम कुछ देर के लिए काम करना बंद कर सकता है.